शाजापुर बाढ़ राहत खोज एवं बचाव विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

ट्रेनिंग एण्ड केपेसिटी बिल्डिंग ऑफ डिजास्टर रिस्पोन्स ऑफ एमपी अंतर्गत जिले में बाढ़ राहत खोज एवं बचाव विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण (आईआरटी) इन्सीडेन्स रिस्पोन्स टीम के 40 सदस्यों को शामिल कर प्रशिक्षण चलाने के निर्देश प्रसारित किये गये है। जिसके परिपालन में आज पॉलिटेक्निक कॉलेज शाजापुर के सभागृह में 40 (आईआरटी) इन्सीडेन्स रिस्पोन्स टीम एवं फ्लड रेस्क्यू टॉस्क फोर्स के सदस्यों का प्रशिक्षण जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा कलेक्टर एवं अध्यक्ष डीडीएमए सुश्री ऋजु बाफना के निर्देशानुसार तथा पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह के मुख्य आतिथ्य में एवं डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट एवं नोडल अधिकारी आपदा प्रबंधन श्री विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में संचालित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गरिमामय तरीके से जिले के पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।तत्पश्चात् डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट श्री विक्रम सिंह द्वारा शुभारंभ में पधारे सभी अतिथियों का पुष्पहार से स्वागत कर अपने संबोधन में एक दिवसीय कार्यशाला का उददेश्य एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं आईआरटी टीम के सदस्यों की जवाबदेही एवं आपदा के समय उनके द्वारा किये जाने वाले कार्यों को संक्षिप्त में बताया गया। साथ ही कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों को प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं के समय उनके योगदान एवं कार्यों पर भी प्रकाश डाला गया। साथ ही सिविल डिफेंस वालेन्टियरो की समाज में क्यों आवश्यकता पड़ी पर भी उन्हे संबोधित कर अवगत कराया गया।पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपदाओं के समय किस प्रकार सभी विभागों को सामंजस्य बनाकर कार्य करना होता है, जिसके लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण आवश्यक है। एसडीईआरएफ, होमगार्ड एवं पुलिस की टीम अपनी जान जोखिम में डालकर आपदा प्रबंधन कर लोगों की सुरक्षा का काम करते है, उनका यह कार्य सराहनीय है, और वे बधाई के पात्र है। अग्नि दुर्घटनाऐं अक्सर हो जाती है, जिसमें ज्यादातर गैस सिलेण्डर में आग लगने जैसी दुर्घटनाऐं होती है, इस प्रकार की आपदा से बचाव के लिए बड़े स्तर पर प्रशिक्षण की आवश्यकता है। आपदाओं के संबंध में पुलिस अधीक्षक श्री सिंह द्वारा अपने अनुभवों को भी साझा किया गया।उक्त एक दिवसीय प्रशिक्षण में फ्लड रेस्क्यू टॉस्क फोर्स का बाढ़ राहत खोज एवं बचाव तकनीक के विषय विशेषज्ञ प्लाटून कमाण्डर श्री कमलेश सिंह हाड़ा एवं प्लाटून कमाण्डर होमगार्ड सुश्री नम्रता सरावत के द्वारा बाढ़ आपदा खोज एवं बचाव तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं अग्नि आपदा प्रबंधन तथा चिकित्सक शाजापुर डॉ० सचिन के द्वारा एमएफआर, आपदा एवं प्राथमिक चिकित्सा, चोकिंग, सर्प दंश, सामान्य जल घटित दुर्घटना एवं बचाव, सीपीआर, विक्टिम केरी मैथड को विस्तार से प्रेक्टिकल एवं पावरपॉईन्ट प्रजनटेशन के माध्यम से समझाया गया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा जिले में गठित की गई इन्सीडेन्स रिस्पोन्स टीम (आईआरटी) के कार्यों के उददेश्य एवं आपदा के समय कार्य करने वाले जिले के सभी विभागों के कार्यों एवं उनकी जवाबदेही को विस्तृत रूप से समझाया गया। साथ ही आपदा के समय सभी विभाग कैसे समन्वय स्थापित कर आपदा के समय होने वाली हानि का प्रभाव को कम से कम कैसे किया जा सके, इस पर भी चर्चा की गई।जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा प्रशिक्षण में शामिल सभी सदस्यों का रजिस्ट्रेशन कर प्रशिक्षण किट प्रदाय किये गये। जिसमें कैरी बैग, फोल्डर, रजिस्टर, पेन एवं पानी की बॉटल प्रदाय की गई। प्रशिक्षण उपरांत सभी सदस्यों को जिला आपदा प्रबंधन के द्वारा जारी किये गये प्रमाण पत्र डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट एवं नोडल अधिकारी आपदा प्रबंधन शाजापुर श्री विक्रम सिंह के द्वारा प्रदाय किया गया                          शाजापुर से राजकुमार धाकड़ 
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