शुजालपुर में राजस्व महाअभियान 3.0 के अंतर्गत कार्यों में कथित लापरवाही के चलते एसडीएम द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में पटवारियों ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। नाराज पटवारियों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया, लेकिन जब उनका ज्ञापन स्वीकार नहीं किया गया,तो उन्होंने मजबूर होकर उसे कार्यालय की दीवार पर चिपका दिया।
प्रशासन पर अन्यायपूर्ण कार्रवाई के आरोप
पटवारी संघ का कहना है कि वे अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप शाजापुर जिला फार्मर रजिस्टी में मध्य प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा है। इसके अतिरिक्त, जिले के पटवारियों की मेहनत से विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में शाजापुर प्रदेश में अग्रणी स्थान पर बना हुआ है। इसके बावजूद, अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) शुजालपुर द्वारा असंभव लक्ष्यों को निर्धारित किया जा रहा है और वेतन में कटौती की जा रही है, जिससे पटवारियों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
अतिरिक्त कार्यभार के बावजूद वेतन कटौती से असंतोष
पटवारियों ने बताया कि वर्तमान में वे फार्मर रजिस्टी के साथ-साथ फसल गिरदावरी कार्य भी कर रहे हैं, जिसमें प्रत्येक सर्वे क्रमांक का सत्यापन आवश्यक है। इसके अलावा, ई-केवाईसी और आरओआर-खसरा लिकिंग जैसे कार्य भी समय पर पूरे किए जा रहे हैं। इसके बावजूद, वेतन में कटौती की जा रही है, जिससे उनका मनोबल प्रभावित हो रहा है।
पटवारियों की मांगें और चेतावनी
पटवारी संघ ने प्रशासन से वेतन कटौती के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो जिले के सभी पटवारी फार्मर रजिस्टी और आरओआर-खसरा लिकिंग कार्यों का बहिष्कार करेंगे। साथ ही, वे सभी सरकारी व्हाट्सएप समूहों से सामूहिक रूप से बाहर हो जाएंगे।
संघ ने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कोई समाधान नहीं निकाला, तो वे सामूहिक अवकाश, हड़ताल या कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अब तक प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पटवारियों का विरोध प्रदर्शन लगातार तेज होता जा रहा है। देखना होगा कि प्रशासन इस विवाद का समाधान किस प्रकार निकालता है। शाजापुर से राजकुमार धाकड़
