कलेक्टर सुश्री बाफना ने पोलायकलां क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन को देखा
कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने आज पोलायकलां क्षेत्र के ग्राम हडलायकलां, मुगोद, खाटसुर, अवंतिपुर बड़ोदिया, खड़ी तथा नगरीय निकाय पोलायकलां का भ्रमण कर शासन की विभिन्न योजनाओं के संचालित कार्यों एवं कार्यक्रमों का निरीक्षण किया।
कलेक्टर सुश्री बाफना ने ग्राम खाटसुर में गौशाला का निरीक्षण किया। गौशाला संचालित नहीं होने पर कलेक्टर ने संबंधित ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव एवं जीआरएस को नोटिस देने के निर्देश दिये। ग्राम पंचायत सचिव को जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा निलंबित किया गया है।
निरीक्षण में कलेक्टर ने गौशाला का कार्य गुणवत्तायुक्त नहीं होने, रखरखाव में कमी और संचालित नहीं होने पर नोटिस देने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह पोलायकलां से खड़ी मार्ग पर भ्रमण के दौरान नवनिर्मित सड़क गुणवत्तायुक्त नहीं पाये जाने पर कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारी को पत्र लिखने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये हैं। खड़ी से पोलायकलां के बीच पुलिया निर्माण के अधूरे कार्य का भी कलेक्टर ने निरीक्षण कर कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिये। ग्राम खड़ी में कलेक्टर ने श्री राम मंदिर जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण भी किया। ग्राम हड़लायकलां में कलेक्टर ने हड़लायकलां से बोल्दा तक लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों की अनुपस्थिति पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए नोटिस देने के निर्देश दिये। इसी तरह कलेक्टर ने ग्राम मुगोद में दो निर्माणाधीन खेत तालाब का भी निरीक्षण किया। ग्राम मुगोद में ही कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायत पर जलजीवन मिशन के तहत किये गये रोड रिस्टोरेशन कार्य का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने रोड रिस्टोरेशन कार्य को गुणवत्तायुक्त कराने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारी को दिये। ग्राम हड़लायकलां में कलेक्टर ने 20 लाख 61 हजार रूपये लागत से निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
नगरीय निकाय पोलायकलां में कलेक्टर ने अमृत 2.0 योजना के तहत 28 लाख 51 हजार रूपये लागत से निर्मित वॉटरबॉडी का भी निरीक्षण किया।
अवंतिपुर बड़ोदिया तहसील कार्यालय में भूमि विवाद एवं रास्ता विवाद के निराकरण के लिए लगे विशेष शिविर का भी निरीक्षण कलेक्टर ने किया। इस दौरान कलेक्टर ने विवाद करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। साथ ही कलेक्टर ने सभी पटवारियों को निर्देश दिये कि उनके क्षेत्र के विवादित प्रकरणों की जानकारी तहसीलदार को उपलब्ध कराएं। साथ ही पटवारी प्रयास करें कि सरपंच एवं गणमान्य नगारिकों के माध्यम से विवादों का निराकरण हो। पटवारी नियमित रूप से अपने मुख्यालय हलके का भ्रमण करें। साथ ही जिन भी किसानों की भूमि का सीमांकन किया गया है, उन किसानों का रिपोर्ट दें। पटवारी प्रयास करें कि भूमि के संबंध में विवाद नहीं हो।
Brakingh News
शाजापुर